खुलासा: गद्दारों की सरदार निकलीं सपा विधायिका जीनत खान, होनी चाहिए सपा से विदाई


अमन पठान
कासगंज। सीएम अखिलेश यादव ने अपनी आस्तीन में पटियाली सपा विधायक नजीबा खान उर्फ़ जीनत जैसे जहरीले सांप पाल रखे हैं। जो मौका मिलते ही डसने से नही चूकते हैं। पटियाली विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी किरण यादव को हराने के लिए सपा विधायक जीनत खान ने कोई कसर बाकी नही छोड़ी है। सपा विधायक ने गनेशपुर में एक गोपनीय बैठक कर बसपा प्रत्याशी को अपना समर्थन दिया और लोगों को सीएम अखिलेश की रैली में जाने से भी रोक दिया। इसका खुलासा एक ऑडियो टेप से हुआ है।
2012 में जीनत खान पहली बार पटियाली से विधायक बनी और शिवपाल सिंह यादव की करीबी हैं, लेकिन क्षेत्र में विरोध होने के चलते उनका टिकट कट गया। शिवपाल गुट की ओर से जीनत खान की बेटी नाशी खान को पटियाली विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया और अखिलेश यादव ने आईजी अंशुमान यादव की पत्नी किरण यादव को उम्मीदवार बनाया। अखिलेश के फैसले के बाद सबके फैसले धरासाई हो गए। टिकट कटने की बौखलाहट जीनत खान के चेहरे से साफ झलकने लगी और सपा प्रत्याशी किरण यादव को हराने की कसम खा ली।
जीनत खान खुद चुनाव मैदान में नही आईं, लेकिन सपा प्रत्याशी को हराने की पूरी साजिश रच डाली। कहते हैं कि चोर चोर मौसेरे भाई होते है। वह सच है क्योंकि जो जीनत खान का विरोध कर रहे थे। वह इसलिए जीनत खान के समर्थन करने लगे कि मुस्लिम बाहुल्य सीट पर किसी भी पार्टी ने मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव मैदान में नही उतारा। जबकि पूर्व चेयरमैन मुनब्बर खां ने कसम खाई थी कि वह जीनत खान के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। अगर जीनत खान सपा से या निर्दलीय चुनाव लड़तीं तो उनके विरोध में कई मुस्लिम नेता चुनाव मैदान में आते। इस बार एक भी मुस्लिम नेता चुनाव मैदान में नही उतरा। जीनत खान की टिकट कटते ही उनके विरोधी उनके हमदर्द हो गए और जीनत के टिकट कटने को नाइंसाफी बताने लगे।
बीती 29 जनवरी यानिकि सीएम अखिलेश यादव की रैली से एक दिन पहले गंजडुंडवारा के गनेशपुर में सपा विधायक जीनत खान ने एक गोपनीय बैठक बुलाई। जिसमें जीनत खान के विरोधी मुनब्बर खां, आबाद हुसैन सहित कई दिग्गज मुस्लिम नेता हमदर्द बनकर शामिल हुए। इस गोपनीय बैठक के मुख्य अथिति बसपा प्रत्याशी धीरेंद्र बहादुर सिंह चौहान उर्फ़ धीरू भैया थे। गोपनीय बैठक के शुभारंभ से पहले धमकी भरे लहजे में मोबाइल जेब में रखने की चेतावनी दी गई। फोटो खींचने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया, लेकिन एक व्यक्ति ने अपने मोबाइल का साउंड रिकॉर्डर चालू करके मोबाइल जेब में रख लिया। इस तरह गोपनीय बैठक की एक एक बात रिकार्ड हो गई और वो ऑडियो टेप केयर ऑफ़ मीडिया तक पहुँच गया।
ऑडियो टेप के मुताबिक सपा विधायिका जीनत खान ने मुसलमानों से अपने गुस्से का इजहार करते हुए बसपा प्रत्याशी को अपना वोट देने की अपील की। गोपनीय बैठक में मौजूद और रसूखदार सपा नेताओं ने भी बसपा प्रत्याशी को जिताने की हुंकार भरी। ऐसे आस्तीनों से साँपों का मुंह कुचलना बहुत जरूरी है। पता नही ये आस्तीन के सांप कब किसे डस लें। सपा विधायक जीनत खान की तो इस तरह समाजवादी पार्टी से विदाई होने चाहिए, ताकि दुबारा कोई विधायक पार्टी के साथ गद्दारी करने की हिम्मत भी न जुटा पाये।

नोट: ऑडियो टेप को वीडियो में कन्वर्ट किया गया है। एक ऑडियो टेप को पांच भागों में विभाजित किया गया है। इसलिए क्रमंश सभी वीडियो प्ले करके आप जरूर सुनें कि गोपनीय बैठक में किसने क्या कहा है?

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