चिराग तले अंधेरा: सीताकुंड में गंदगी का कब्ज़ा, प्रशासन बेखबर
सीतापुर/मिश्रिख। परम तपस्वी महर्षि दधीचि की पावन तपोभूमि पर नगर पालिका कार्यालय के ठीक सामने स्थित पवित्र तीर्थ सीताकुण्ड भीषण गन्दगी की चपेट मे है।
इस तीर्थ का जल इतना दूषित हो चुका है कि स्नान करना तो दूर की बात है आचमन लायक भी नही रह गया है ज्ञात हो कि यह प्राचीन तीर्थ माता सीता जी के नाम से स्थापित है मान्यता है कि 14वर्ष बनवास के दौरा भगवान राम यहॉ पर स्थित बाल्मीकि आश्रम पर कुछ समय तक निवास किया था जिससे माता सीता जी इस पवित्र तीर्थ मे नित्य प्रति स्नान करती थी इसी से इस पवित्र तीर्थ का नाम सीताकुण्ड पड़ा जो आज भी इसी नाम से जाना जाता है इस पवित्र तीर्थ मे स्नान करने पर सभी पापों का नास हो जाता है ऐसा पवित्र तीर्थ नगर पालिका मे तैनात अधिकारियों की दूषित मानसिकता का शिकार होकर रह गया है जिससे यहॉ पर आने वाल सभीे तीर्थ यात्रियों को काफी कठिनाइयो का सामना करना पड़ रहा है वही चन्द दिनों के बाद यहॉ पर चौरासी कोषीय होली परिक्रमा मेला भी आने वाला है यहॉ पर आने वाले परिक्रमार्थियो को भी इस भीषण गन्दगी का सामना करना पड़ सकता है इस सम्बन्ध मे नगर पालिका के अधिसाशीअधिकारी से बात की गयी तो उन्होनेे कहा है कि देखवाता हूँ सफाई की कोई ब्यवस्था कराऊँगा।
रिपोर्ट इमरान मंसूरी/रामसागर पाल
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