"स्योहारा रेलवे स्टेशन पर मिला 5, साल का लावारिस बच्चा" ख़बर को शेयर कर बच्चे की करे मदद..



बाबू अन्सारी स्योहारा बिजनौर...
अपनी औलाद से ख़ास कर छोटी औलाद से कौन माँ बाप प्यार नही करता माँ बाप ही नही छोटे बच्चों पर तो राह चलते हुए लोगों की भी मोहब्बत उबाल पर होती है, ये बच्चे की मोहब्बत ही है की हर माँ अपने बच्चे को सीने से लगा कर रखती है और हर बाप अपने बच्चे की आरजू पूरी करने का पूरा प्रयास करता है।

पर अफ़सोस की आज की इस तेज रफ़्तार दुनिया में कुछ अभागे बच्चे ऐसे भी होते है जो अपने माँ बाप से बिछुड़ जाते है, ऐसे अभागे बच्चों में बहुत कम ही ऐसे होते है जो अपने माँ बाप से दुबारा मिल जाते है, वरना जो एक बार अपनों से बिछुड़ जाता है वो पूरी जिंदगी अपनों से नही मिल पाता,

कड़वा सच ये है की कोई बच्चा अपने माँ बाप से खुद नही बिछुड़ता है उसके पीछे बच्चे के माँ बाप की लापरवाही होती है जो उनसे जाने अनजाने में हो जाती है जिसका कुछ माँ बाप को जिंदगी भर पछतावा होता है, देखा ये भी गया है की कई बार कुछ माँ बाप या परिजन जान बुझ कर भी बच्चों को लावारिस छोड़ देते है इसके पीछे कारण जो भी हो पर दोनों ही सूरतो में परेशानी लावारिस बच्चों को ही उठानी पड़ती है। लावारिस बच्चों के बिछुड़ने की इसी कड़ी में बिजनौर जिले के स्योहारा रेलवे स्टेशन पर एक 5, साल का मासूम बच्चा भी 11, जुलाई 17, को अपनों से बिछुड़ गया है, जो स्टेशन पर मौजूद GRP सिपाही को रेलवे प्लेटफार्म पर रोता हुआ मिला जब सिपाही ने उसे देखा तो वो अकेला था उसके आसपास काफ़ी तालाश करने के बाद भी उसका कोई परिजन दिखाई नही दिया जिसपर उक्त पुलिस कर्मी ने बच्चे से बात करनी चाही तो पता चला की वो ना बोल सकता है और ना सुन सकता है बच्चे की मानसिक स्थिति भी सामान्य नही थी कुछ कई घन्टो बच्चे के परिजनों का इंतजार करने के बाद GRP पुलिस ने अपने उच्च अधिकारियो को इस बाबत बताया जिसपर बच्चे को नजीबाबाद रेलवे स्टेशन पहुचाया गया जहां से बच्चे को किसी अनाथ आश्रम पहुचा दिया गया।

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