श्रावस्ती:- एक साल के मासूम बालक का तीन तेंदुओं ने किया शिकार
इसरार अहमद:-श्रावस्ती,
वन विभाग की लापरवाही ने ले ली एक मासूम की जान गाँव वालो ने तीन तेंदुओं की पहली ही दी थी वन विभाग को सुचना,
जिला मुख्यालय में जंगल के नजदीक बसे गाँव से तेंदुए ने एक मासूम बच्चे को उठाकर अपना निवाला बना लिया इस घटना से गाँव में कोहराम मचा हुआ है।मामला श्रावस्ती जनपद के थाना सिरसिया के अंतर्गत ग्राम हेमपुर बड़रहवा का है जहाँ पर बीती रात्रि को घर के आँगन में सो रहे 1 वर्षीय मासूम हसनैन पुत्र समसुद्दीन को करीब 1 से 2 बजे के बीच 3 तेंदुओ ने घर में घुसकर घर से बाहर उठा ले गए।और अपना निवाला बना लिया। तेंदुओं द्वारा मासूम बालक को निवाला बनाने की तस्वीर इतनी भयावह है की हम आपको किलियर नही दिखा सकते इसी लिए बच्चे की तस्वीर एडिट कर के पोस्ट की है,
परिजनों को उसका पता तब चला जब रात को आँख खुली तो देखा कि बच्चा यहां नही है।
बच्चे के पिता ने गांव वालों को सारी बात बताई जिसपर गावँ वालो ने बच्चे के पिता के साथ बच्चे को ढूढ़ने निकले तो गावँ के बाहर रात करीब 3 तीन बजे बच्चा का क्षति विशति शव पड़ा मिला। वही ग्रामीणों का कहना है कि लगभग दो 2 से तीन 3 तेंदुए गावँ में आये थे। जिसकी सूचना वन विभाग को पहले ही दी गई थी लेकिन आज तक न तो कोई आया और न ही कोई कारवाही हुयी।इसमें कोई दो राय नही है कि वन विभाग की लापरवाही से ही यह घटना हुयी है। क्योकि ग्रामीणों की सूचना और वन विभाग एलर्ट होकर तुवरित कार्यवाही करता तो यह घटना नही होती।फिर भी और घटनाओ के इन्तिज़ार में वन विभाग अभी भी कुम्भकरणी नींद में सो रहा है।
वन विभाग की लापरवाही ने ले ली एक मासूम की जान गाँव वालो ने तीन तेंदुओं की पहली ही दी थी वन विभाग को सुचना,
जिला मुख्यालय में जंगल के नजदीक बसे गाँव से तेंदुए ने एक मासूम बच्चे को उठाकर अपना निवाला बना लिया इस घटना से गाँव में कोहराम मचा हुआ है।मामला श्रावस्ती जनपद के थाना सिरसिया के अंतर्गत ग्राम हेमपुर बड़रहवा का है जहाँ पर बीती रात्रि को घर के आँगन में सो रहे 1 वर्षीय मासूम हसनैन पुत्र समसुद्दीन को करीब 1 से 2 बजे के बीच 3 तेंदुओ ने घर में घुसकर घर से बाहर उठा ले गए।और अपना निवाला बना लिया। तेंदुओं द्वारा मासूम बालक को निवाला बनाने की तस्वीर इतनी भयावह है की हम आपको किलियर नही दिखा सकते इसी लिए बच्चे की तस्वीर एडिट कर के पोस्ट की है,
परिजनों को उसका पता तब चला जब रात को आँख खुली तो देखा कि बच्चा यहां नही है।
बच्चे के पिता ने गांव वालों को सारी बात बताई जिसपर गावँ वालो ने बच्चे के पिता के साथ बच्चे को ढूढ़ने निकले तो गावँ के बाहर रात करीब 3 तीन बजे बच्चा का क्षति विशति शव पड़ा मिला। वही ग्रामीणों का कहना है कि लगभग दो 2 से तीन 3 तेंदुए गावँ में आये थे। जिसकी सूचना वन विभाग को पहले ही दी गई थी लेकिन आज तक न तो कोई आया और न ही कोई कारवाही हुयी।इसमें कोई दो राय नही है कि वन विभाग की लापरवाही से ही यह घटना हुयी है। क्योकि ग्रामीणों की सूचना और वन विभाग एलर्ट होकर तुवरित कार्यवाही करता तो यह घटना नही होती।फिर भी और घटनाओ के इन्तिज़ार में वन विभाग अभी भी कुम्भकरणी नींद में सो रहा है।
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